बैठे है हम, आपकी याद में खोये हुवे
आपकी एक झलक मिल जाए इस इंतज़ार में
कलम न रुके लिखने से, जैसे हमारा प्यार आपके लिए ना थामे
जाने अनजाने में दिल को रोकते रहे आपको मिल ने से
अजीब सा डर था के दिल टूट ना जाए,
बस इस प्यार को दिल में तोड़ते रहे
इंतज़ार में सदियाँ बीत गयी, के आपके प्यार से हम अनजान हो जाए
ना जाने क्यूँ वो दिन भी ना आया, और रह गए हम अकेले
अब लगे आपसे जुडी सुब यादें ख्वाब जैसे,
और जब प्यार का इज़हार आपने किया, के अपना दिल हम आईने में देखते रहे
इस ज़िन्दगी में वो प्यार किसी और से ना कर पाए
के एक नज़र आपसे मिल जाए, आकरी बार पलके झुकाने से पहले !!!
आपकी एक झलक मिल जाए इस इंतज़ार में
कलम न रुके लिखने से, जैसे हमारा प्यार आपके लिए ना थामे
जाने अनजाने में दिल को रोकते रहे आपको मिल ने से
अजीब सा डर था के दिल टूट ना जाए,
बस इस प्यार को दिल में तोड़ते रहे
इंतज़ार में सदियाँ बीत गयी, के आपके प्यार से हम अनजान हो जाए
ना जाने क्यूँ वो दिन भी ना आया, और रह गए हम अकेले
और जब प्यार का इज़हार आपने किया, के अपना दिल हम आईने में देखते रहे
इस ज़िन्दगी में वो प्यार किसी और से ना कर पाए
के एक नज़र आपसे मिल जाए, आकरी बार पलके झुकाने से पहले !!!
Very nice poem rams :)
ReplyDeleteAb Hindi poem bhi...wah wah, kya baath hey!!! Its a very sweet one...:)
ReplyDelete:):) ty
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